अब इससे आश्चर्यजनक क्या होगा की फ़ोन चार्ज करने के लिए अब आपका susu ही काफी है
फेंक दीजिये भारीभरकम पावर बैंक्स और मोबाइल चार्जर्स क्योंके अब आपका मोबाइल फ़ोन की बैटरी कभी कम नहीं होने वाली है।
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने मानव मूत्र के उपयोग से मोबाइल चार्ज करने की एक तकनीक विकसित की है
केवल दो लीटर मूत्र 30 से 40 मिलीवाट बिजली का उत्पादन कर सकता है - एक स्मार्टफोन को धीरे-धीरे चार्ज करने के लिए, पोर्टेबल शौचालयों के लिए एक फोन के डिस्प्ले या पावर लाइट।
ब्रिस्टल रोबोटिक्स लैबोरेटरी में काम करने वाले वैज्ञानिकों ने बताया की हम एक ऐसी तकनीक ला रहे हैं जिससे मनुष्य अपने मूत्र से बिजली उत्पन्न कर सकेगा और इस बिजली का उपयोग मोबाइल आदि चार्ज करने में हो सकेगा।
"यूनिवर्सिटी ऑफ द वेस्ट ऑफ इंग्लैंड (UWE), ब्रिस्टल के विशेषज्ञ डॉ. लोएनिस लेरोपौलस ने कहा,हम बहुत उत्साहित हैं क्योंकि यह पहली बार सुनने को मिल रहा है की अब हमारा मूत्र भी हमे कुछ दे सकता है क्योंकि अभी तक किसी ने भी ऐसा करने के लिए मूत्र का उपयोग नहीं किया है। इस अपशिष्ट पदार्थ को बिजली उत्पन्न करने के लिए ऊर्जा के रूप में प्रयोग करना पर्यावरण के लिए भी सही है।
लेरोपौलस ने कहा, हमारा मूत्र एक ऐसा उत्पाद है, जो कभी भी खत्म नहीं हो सकता। इससे ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए मूत्र को माइक्रोबियल ईंधन कोशिकाओं (एमएफसीज) के कैसकेड से प्रवाहित किया जाता है, जिससे बिजली उत्पन्न होती है। इसमें हमें प्रकृति के अनियमित ऊर्जा के स्त्रोतों सूर्य या हवा पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। उन्होंने कहा कि इस तरह से चार्ज किए गए मोबाइल फोन से एसएमएस संदेश भेजने, वेब ब्राउजिंग के इस्तेमाल करने और संक्षिप्त फोन कॉल करने जितनी ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है।
यह एक रोमांचक खोज है,क्योंकि बिजली का बिल भी बचने वाला है,"ज्यादा मूत्र ज्यादा बचत"
Thanks for reading............ see you soon
0 Comments